मध्यप्रदेश सरकार जन्म से लेकर मृत्यु तक लोगों के लिए योजनाएं चला रही है.इन योजनाओं में सरकार गरीब वर्गों को हर मौके पर कुछ न कुछ दे रही है. जैसे किसी का जन्म हुआ, शिक्षा फ्री में, फिर रोजगार, इसके बाद शादी, फिर सरकार आपको करवाती है तीर्थों के दर्शन और आखिर में अंतयोष्ठि पर भी सरकार खर्च उठाती है.
आइये जानते हैं क्या हैं योजनाएं.
1 अप्रैल 2018 से पूरे मध्यप्रदेश में जनकल्याण (संबल) योजना को लागू किया गया. सरकार ने इसे दो भागों में बांटा है.पहला सरल बिजली बिल योजना.जिसमें मध्यप्रदेश सरकार मजदूर परिवार को 200 रुपये के मासिक शुल्क पर बिजली दे रही है.और सौभाग्य योजना के तहत सरकार ने बकाया बिजली बिल भी माफ किए है.
संबल योजना का दूसरा पार्ट है अनुग्रह सहायता योजना.इस योजना में किसी व्यक्ति की सामान्य मृत्यु होने पर पंजीकृत असंगठित श्रमिक के परिवार को 2 लाख रुपये सरकार देती है.और जिसकी उम्र 60 साल से अधिक ना हो, की दुर्घटना में मृत्यु हो जाने पर उसके परिवार को 4लाख रुपये देती है.वहीं अगर पंजीकृत असंगठित श्रमिक जिसकी उम्र60 साल से अधिक ना हो, को किसी दुर्घटना अथवा किसी कारण से स्थाई अपंगता हो जाने पर 2 लाख रुपये देती है.साथ ही अस्थाई अपंगता पर भी सरकार1 लाख रुपये देती है.पंजीकृत असंगठित श्रमिक की मृत्यु होने पर श्रमिक के उत्तराधिकारी को अंतेष्टि के लिए ग्रामीण क्षेत्र में तत्काल 5 हजार रुपये दिए जाते हैं.